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मेरे एक करीबी दोस्त, जिसके घर मेरा आना जाना था, जिसे मैं बचपन से जानता था! एक बार उसने मुझसे पुछा कि, अगर कोई मेरी लाइफ में कोई है? मैंने मना कर दिया! मेरे मना करने पर उसने मुझसे कहा कि, अगर वो मुझे, किसी एक ऐसी बंदी के बारे में बताये, जो एक दोस्त की तलाश में है, तो क्या मैं तैयार हूँ? मैंने हाँ कहा! फिर उसने बताया की, वो एक ऐसी औरत को जानता है, जो उम्र में मुझसे काफी बड़ी है, लेकिन उसे कोई स्मार्ट, अच्छे घर वाला और जेन्युइन, लेकिन कुवारा लड़का दोस्ती के लिये चाहिये! जिसके साथ कोई रिस्पांसिबिलिटी ना हो, जो मस्त हो, क्यूंकि मेरा दोस्त शादीशुदा था, इसलिए सिर्फ उसके कांटेक्ट में था।
दोस्त से पूछने पर पता चला कि, वो एक आंटी है, उसकी उम्र कोई 45 साल की होगी! उसका पति मर्चेंट नेवी में इंजिनियर है, और वो, 6 महीने में एक बार घर आता है! उसका कोई बच्चा भी नहीं था, अपने अकेलेपन को दूर करने के लिये उसे एक साथी चाहिये था! लेकिन बिना किसी कमिटमेंट के, जिसके लिये मैं तैयार हो गया। उसने मुझे उस आंटी का फ़ोन नंबर दिया, और सीधे मेरे दोस्त का रिफरेन्स देकर बात करने को कहा! पहले तो उसने आनाकानी की, लेकिन जब मैंने अपने दोस्त के बारे में बताया, तो उसने पहले, मेरे दोस्त के साथ, मुझसे मिलने को कहा! और एक दिन हम तीनो एक कॉफ़ी बार में मिले! वो, आंटी गज़ब थी! उसकी नशीली आँखें, उसका तराशा हुआ बदन देख कर लगा, जैसे, आज मुझे, सब कुछ मिल गया, अगर वो मुझे पसंद कर लेती है! सोच कर मैंने उस आंटी की और नहीं देखा, वो मेरी और देख रही थी, फिर उसने मेरी और हेल्लो के लिये हाथ बढाया, मेरे दोस्त ने टेबल के नीचे मेरा पाँव दबाया, और इसका मतलब था कि, उसने मुझे पसंद कर लिया है। अब आंटी और मैंने फ़ोन पर बात करनी शुरू कर दि, हम खूब देर तक बातें करते रहते! हम दोनों अब एक दुसरे से ओपन होना शुरू हो गये थे! फिर एक दिन उसने मुझे अपने घर बुलाया! उस दिन उसे देख कर मैं हैरान हो गया, उसने ब्लैक रंग की साडी पहनी हुई थी, काले रंग में वो बहुत सेक्सी मुझे लग रही थी। उसकी फिगर तराशी हुए लगा रहा थी, उस पर उसकी काली साड़ी, मानो मुझ पर कोई जादू डाल रही थी! उसका गोरा रंग, उसकी फिगर ने मुझे, उस आंटी का दीवाना सा, बना दिया था! वो, मेरे बगल में आ कर बैठ गयी! हम दोनों ने बात शुरू की और धीरे-धीरे मैंने उसके गले में हाथ डाल दिया! शायद उसे वही चाहिये था! फिर उसने अपना सर मेरे कंधे पर रख कर कहा कि, उसे मेरी बहुत ज़रूरत है! मैंने उसका चेहरा अपने हाथ में लिया, उसके होठो पर अपने होठ रखे और उन्हें चूसने लगा! वो भी इसी उम्मीद में थी। अब उसे, अपने आप को काबू ना कर पाना, मुस्किल कर हो रहा था कि, वो अचानक बाथरूम में चली गयी. मैं वहीं पर बैठा रहा, जब 2 मिनट्स हो गये, तो, उस आंटी ने मेरा नाम लेकर अंदर से ही आवाज़ लगाई, "आई ऍम वेटिंग फॉर यू"! मैंने आव देखा ना ताव सीधे बाथरूम मे, जोकि उसने अंदर से बंद नहीं किया था, घुस गया! वहाँ आंटी को देख कर मैं हैरान था कि, वो आंटी मेरे सामने ट्रांसपेरेंट हाफ nighty में थी! उसने अंदर कुछ भी नहीं पहना हुआ थ, और सब-कुछ साफ़-साफ़ दिखाई दे रहा था, वो आंटी बहुत सेक्सी लग रही थी! उसे देख कर मैं उसकी और खिचता चला गया। उसने मेरा हाथ लिया, अपनी और खीचा और हम दोनों एक दुसरे को किस करने लगे. वो, मेरे कपड़ो को हॊले-हॊले उतार रही थी, हम दोनों के अंदर उत्तेजना बढती जा रही थी! अब हम दोनो एक साथ, एक दुसरे के सामने, नंगे खड़े थे! उसके बदन में वो कशिश, वो चिकनाहट थी, जिसने मुझे उससे अलग नहीं हॊने दिया! हम दोनों एक दुसरे को लम्बे समय तक चूसते रहे! अब वो समय था, जब हम दोनों ने, अपनी वासना की आग, को शांत करना था! आखिर 10 मिनट हम दोनों बाथरूम में रहे, वही एक दुसरे को संतुष्ट करके वापस ड्राइंग रूम में आ गये! उसके बाद हम दोनों, कई बार मिले, और कई रातें हम दोनों ने एक साथ गुजारी। लेकिन 1 साल बाद उस आंटी का हस्बैंड उसे अपने साथ ले गया, और अब शायद दोनों एक साथ हैं. लेकिन उस आंटी की यादें आज भी मेरे साथ हैं, जहां कोई कमिटमेंट नहीं थी!
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