जब मैं उसे प्यार करने लगी...
मैं एक विदेशी औरत जो मूल रूप से हिन्दुस्तानी (एन, आर. आई, NRI) हूँ, गुजराती हूँ, UK में रहती हूँ! UK में मैं अपना बिज़नस करती हूँ! हिन्दुस्तान मेरा आना जाना लगा रहता है! मेरे कुछ रिश्तेदार हिन्दुस्तान में, गुजरात में हैं, जिनसे मैं समय समय पर मिलती रहती हूँ! मैं एक तलाकशुदा और 2 बच्चो की माँ हूँ, लेकिन मेरे दोनों बच्चे अपनी अपनी लाइफ में सेटल्ड हैं!

मेरा तलाक 10 साल पहले हो चुका था! उसके बाद मुझे एक लड़का जो तुर्की से था और मुस्लिम था, मुझे UK में मिला! हम दोनों की खूब अच्छी बनी और हम दोनों ने सगाई कर ली, जिसके कारण उसे UK की सिटीजनशिप भी मिल गयी! उस समय मैं इन्टरनेट पर चैट भी किया करती थी! और उसी दौरान मेरी मुलाकात एक ऐसे लड़के से हुई, जो हिन्दुस्तान में था! वो लड़का बेहद ही शरीफ, हँसने हसाने वाला और हमेशा मुझे आगे बढ़ने का हौसला देने वाला था! हम दोनों की नेट पर बहुत ही अच्छी दोस्ती हो गयी थी, और मैं अब उससे, फ़ोन पर भी बात करने लगी थी! उस लड़के से बात करके मुझमें जैसे एक नयी उमंग पैदा हो जाती! मेरा हमेशा उस लड़के से बात करने का मन करने लगा! वो भी अकेला था और मुझसे 4-5 साल छोटा था, तो मुझसे इंडिया आने और मिलने के लिये कहता! इस दौरान मैं भी इंडिया आयी, लेकिन मेरी उस हिन्दुस्तानी लड़के से (जो दिल्ली में था) फ़ोन पर ही बात होती रही!

दो साल बाद मुझे पता लगा कि, वो मुस्लिम तुर्की लड़का (जिससे मेरी सगाई हो चुकी थी) पहले से ही तुर्की में शादीशुदा था! और उसने UK की सिटीजनशिप पाने के लिए मुझे इस्तेमाल किया था! मुझे बहुत दुःख हुआ! लेकिन अब वो अपनी बीबी को भी UK ले आया और, मुझे छोड़कर वो अब अपनी उस बीबी के साथ रहने लगा! मुझे बहुत गुस्सा आया और कुछ समय बाद मैंने भी उस मुस्लिम लड़के से रिश्ता तोड़ लिया!

अब मैं बिलकुल अकेली थी, हमेशा दुखी रहती! तो एक दिन मैंने अपने उस हिन्दुस्तानी दोस्त को जो दिल्ली में था फ़ोन किया! मेरी आवाज़ सुनते ही उसका कहना कि, मैं दुखी क्यूँ हूँ? वो मेरी आवाज़ से मेरा दुःख भाप गया था! मेरी आँखों से आंसू निकल पड़े! उसने मुझे ढांढस बंधाया और कहा कोई बात नहीं! ये तो ज़िन्दगी है और इस ज़िन्दगी में उतार चदाव तो आते ही रहते हैं! लेकिन उसका मुझे इस तरह समझाना, मुझे उसके और करीब ला रहा था! अब वो मुझे और अच्छा लगने लगा था और अब, मैं चाहती थी कि काश मैं उसकी बाहों में खूब रोऊ, लेकिन ऐसा नामुमकिन था!

मैंने उससे एक घंटे तक बात करी और उसने मुझे 15 मिनट्स में ही हँसा दिया! और मैं बिलकुल फ्रेश मूड से उस हिन्दुस्तानी लड़के से बात करने लगी! मैं आज उसे वेबकैम पर देखना चाहती थी और मैंने उसे वेबकैम पर आने को कहा और वो मान गया! हम दोनों वेबकैम पर एक दुसरे को देखते हुए बाते करने लगे! मुझे वो लड़का पसंद था और आज उसे वेबकैम पर देखकर मेरा मन उसे अपनी बाहों में लेकर चूमने को करने लगा! उसे देखकर मेरे अंदर कुछ कुछ हो रहा था, शायद उसे भी उसका एहसास था!

थोड़ी देर बाद उसने मुझे खड़े होने को कहा और में खड़ी हो गयी, फिर उसने मुझे पीछे मुड़ने को कहा, तो मैं पीछे मुड गयी! अब वो मेरी फिगर देख रहा था, और मुझे कोई शर्म नहीं थी! मुझे ऐसा लग रहा था, जैसे मुझे आज मेरा कन्हैया मिला गया हो! फिर उसने मुझे कपडे उतारने को कहा तो मैंने मना कर दिया, लेकिन मैं अपने कन्हैया को खुश देखना चाहती थी क्यूंकि मेरी ज़िन्दगी में अब अकेला वही था, जो मुझे हँसा सकता था! और अब मैं अपने कन्हैया को नहीं छोड़ना चाहती थी!

मैंने धीरे धीरे अपने कपडे उतारे, मुझे थोड़ी सी शर्म तो आ रही थी, लेकिन जो दिल के करीब हो उससे क्या शर्माना! मैं अपनी ब्रा और पेन्टी में थी! वो भी शायद अपने अंदर गर्मी महसूस कर रहा था, जिसे मैं महसूस कर चुकी थी! तो, मैंने भी उसे अपने कपडे उतराने को कहा और बिना समय बर्बाद किये हुए उसने भी अपने कपडे उतार दिये! अब हम दोनों नग्नावस्था में बैठे, वेबकैम पर एक दुसरे को देखते हुए बाते कर रहे थे! हम दोनों अब करीब आ चुके थे! हम दोनों एक दुसरे को पसंद कर चुके थे! अब धीरे धीरे हम दोनों का फ़ोन पर बात करना और वेबकैम पर देखकर एक दुसरे को आनंद पहुचाना आम सा हो गया!

अब ऐसा लगने लगा जैसे हम दोनों बहुत ही करीब हैं! मैं अब उसके पास आना चाहती थी! उससे एक रिश्ता बनाना चाहती थी, क्यूंकि मैं अब उससे प्यार जो करने लगी थी!


Spicy Chapters...